简体中文
繁體中文
English
Pусский
日本語
ภาษาไทย
Tiếng Việt
Bahasa Indonesia
Español
हिन्दी
Filippiiniläinen
Français
Deutsch
Português
Türkçe
한국어
العربية
एब्स्ट्रैक्ट:इमेज कॉपीरइटGetty Images/modisushilkumarभारतीय जनता पार्टी के टिकट से दो बार सांसद रह चुके शत्रुघ्न
इमेज कॉपीरइटGetty Images/modisushilkumar
भारतीय जनता पार्टी के टिकट से दो बार सांसद रह चुके शत्रुघ्न सिन्हा ने रविवार को ट्वीट करके कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के संकेत दिए हैं.
बीजेपी ने साल 2019 के चुनाव में सिन्हा की जगह रविशंकर प्रसाद को टिकट देने का फ़ैसला किया है. इसके बाद से शत्रुघ्न सिन्हा और बीजेपी नेताओं के बीच ट्विटर पर तीखी नोकझोंक देखी जा रही है.
शत्रुघ्न सिन्हा ने पहले लालकृष्ण आडवाणी के टिकट काटे जाने पर विरोध दर्ज कराया था. स इसके बाद अब उन्होंने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के संकेत दिए हैं.
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ट्वीट में कहा है, “सरजी, मुझे लगता है कि आप कांग्रेस में समाए वंशवाद के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने को लेकर काफ़ी बैचेन हैं. लेकिन आप में इतनी बैचेनी क्यों हैं? आपको सिर्फ़ अपने आसपास देखने की ज़रूरत है और अपनी सहयोगी पार्टियों में देखने की ज़रूरत है. हर पार्टी इस कथित वंशवाद से भरी हुई है.”
“आपकी पार्टी में भी मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र में और आपके सहयोगियों में भी ये चीज़ देखी जा सकती है. इसके साथ ही आपने जो कांग्रेस मुक्त भारत का वादा किया था उसका क्या हुआ? क्या ये भी स्मार्ट सिटी जैसे दूसरे वादों की तरह हवा में उड़ गया. आप चिंता न करें. क्योंकि ये कांग्रेस युक्त भारत के लिए सबसे उचित समय है. जय हिंद.”
छोड़िए ट्विटर पोस्ट @ShatruganSinha
party in MP, Rajasthan, Maharashtra...& in most of your alliances too.
By the way Sir, what happened to your promise of #CongressMuktBharat? Also gone with the wind like ‘Smart Cities’ & other promises?!
Dont worry Sir, it's now right time for #CongressYuktBharat Jai Hind!
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) 24 मार्च 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @ShatruganSinha
'पटना से चुनाव न लड़ें शत्रुघ्न'
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के नेता सुशील कुमार मोदी ने रविवार को ट्विटर पर बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा को कांग्रेस के टिकट पर पटना से चुनाव नहीं लड़ने की सलाह दी है.
बॉलीवुड में अपनी एक्टिंग से धाक जमाने के बाद राजनीति में क़दम रखने वाले शत्रुघ्न सिन्हा बीते दो लोकसभा चुनावों से पटना साहिब से चुनाव जीतते आ रहे हैं.
शत्रुघ्न सिन्हा ने साल 2009 में 57 फ़ीसदी वोट और 2014 में 55 फ़ीसदी वोटों के साथ इस सीट पर भाजपा को जीत दिलाई थी.
लेकिन सिन्हा का टिकट रविशंकर प्रसाद को दिए जाने के बाद ख़बरें आ रही हैं कि शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस के टिकट पर पटना साहिब से चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
सुशील कुमार मोदी ने ऐसी ही ख़बरों के आधार पर शत्रुघ्न सिन्हा को टैग करते हुए ट्वीट किया है कि वह पटना साहिब से चुनाव लड़ने के बारे में न सोचें क्योंकि उन्हें पटना में पोलिंग एजेंट मिलने भी मुश्किल हो जाएंगे.
छोड़िए ट्विटर पोस्ट @SushilModi
‘शत्रुजी ’@ShatruganSinha मुफ़्त की मित्रवत सलाह है ।उम्र के इस पड़ाव पर अपनी और फजियत मत कराइए।
पटना साहिब में पाँच भाजपा के mla हैं ।पोलिंग एजेंट भी आपको मिलना मुसकिल हो जाएगा ।बेहतर होगा चुनावी जंग छोड़ दें और यशवंत क्लब में शामिल हो जायें।
— Chowkidar Sushil Kumar Modi (@SushilModi) 24 मार्च 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @SushilModi
आडवाणी के टिकट पर नाराज़ थे शत्रुघ्न
शत्रुघ्न सिन्हा ने इससे पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के टिकट काटे जाने पर अपनी नाराजगी ट्विटर पर ज़ाहिर की थी.
उन्होंने कहा था, “आडवाणी जी की जगह पार्टी अध्यक्ष को दिया जाना, किसी भी तरह से ठीक नहीं है. उनकी शख्सियत और छवि आडवाणी के बराबर नहीं है. ये क़दम जानबूझकर और एक मक़सद के साथ उठाया गया है. और देश की जनता को ये फ़ैसला पसंद नहीं आया है. वह एक पितृपुरुष जैसे हैं. और एक पितृपुरुष के साथ इस तरह के सलूक को कोई स्वीकार नहीं करेगा. मैं आपके लोगों को इसी भाषा में जवाब देने में सक्षम हूं.”
छोड़िए ट्विटर पोस्ट 2 @ShatruganSinha
one of the top builders of the party, Shri. Murli Manohar Joshi ji & now last but not the least, Shri.L.K.Advaniji smacks of ingratitude..
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) 23 मार्च 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त 2 @ShatruganSinha
“न्यूटन का तीसरा नियम याद रखना चाहिए जो बताता है कि हर क्रिया की बराबर और उलटी प्रतिक्रिया होती है. मैं आपको जवाब देने में सक्षम हूं. लेकिन आपने जो आदरणीय यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी, मुरली मनोहर जोशी और आडवाणी जी के साथ किया है, वो आपकी कृतघ्नता को दिखाता है.”
अमेठी को लेकर भिड़े स्मृतिऔर सुरजेवाला
इमेज कॉपीरइटSmriti Irani @Facebook
भाजपा नेता स्मृति ईरानी और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला दोनों के बीच सोशल मीडिया पर बड़ी बहस चल रही है.
जहां स्मृति ईरानी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दो जगहों से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना को लेकर ताना दिया है वहीं इसका उत्तर देने के लिए सुरजेवाला सामने आए हैं.
स्मृति ईरानी ने शनिवार को ट्वीट किया था “अमेठी ने भगाया, जगह-जगह से बुलावे का स्वांग रचाया, क्योंकि जनता ने ठुकराया.”
छोड़िए ट्विटर पोस्ट @smritiirani
अमेठी ने भगाया,
जगह-जगह से बुलावे का स्वांग रचाया, क्योंकि जनता ने ठुकराया। #BhaagRahulBhaag
सिंहासन खाली करो राहुल जी कि जनता आती है pic.twitter.com/oVEox3YyHh
— Chowkidar Smriti Z Irani (@smritiirani) 23 मार्च 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @smritiirani
उन्होंने पत्रकार पंकज झा का एक वीट भी शेयर किया जिसमें ज़िला प्रदेश कमिटी अमेठी की एक चिट्ठी ट्वीट की गई थी. इस चिट्ठी के अनुसार कमिटी ने राहुल गांधी से गुज़रिश की है कि वो दक्षिण भारत केकार्यकर्ताओं का निमंत्रण स्वीकार करें और वहां की एक जगह से भी चुनाव लड़ें.
पंकज झा का सवाल है कि “क्या ऐसी भूमिका तो नहीं बनाई जा रही है कि राहुल गॉंधी के दो लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ें.”
स्मृति ईरानी के ट्वीट के उत्तर में सुरजेवाले ने सोशल मीडिया पर कहा है, “चाँदनी चौक ने हराया, अमेठी ने हरा कर भगाया, जिसे बार बार जनता ने ठुकराया, हर बार राज्य सभा से संसद का रास्ता पाया. अब अमेठी ने हार की हैट्रिक का मौहाल बनाया.”
दो दिन पहले भाजपा ने चुनावों के मद्देनज़र 184 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी जिसमें अमेठी से स्मृति ईरानी का नाम चुना गया था.
ग़ौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनावों की तरह इस बार भी अमेठी से भाजपा के टिकट पर स्मृति ईरानी चुनाव लड़ रही हैं. वहीं कांग्रेस पर्टी से यहां राहुल गांधी खड़े हो रहे हैं. 2014 के चुनावों में स्मृति ईरानी 1.07 वोटों से पीछे रह गई थीं.
छोड़िए ट्विटर पोस्ट @rssurjewala
चाँदनी चौक ने हराया,
अमेठी ने हरा कर भगाया,जिसे बार बार जनता ने ठुकराया,हर बार राज्य सभा से संसद का रास्ता पाया,
अब अमेठी ने हार की हैट्रिक का मौहाल बनाया।#BhaagSmritiBhaag https://t.co/ek5O5Xr2Rj
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) 23 मार्च 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @rssurjewala
शनिवार को केरल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष उमेन चांडी ने राहुल गांधी से गुज़ारिश की कि वो वायनाड चुनाव क्षेत्र से मैदान में उतरें. उनका कहना था कि प्रदेश से जो उम्मीदवार चुने गए हैं उनसे बात करने के बाद ही ये गुज़ारिश की जा रही है.
अस्वीकरण:
इस लेख में विचार केवल लेखक के व्यक्तिगत विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं और इस मंच के लिए निवेश सलाह का गठन नहीं करते हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म लेख जानकारी की सटीकता, पूर्णता और समयबद्धता की गारंटी नहीं देता है, न ही यह लेख जानकारी के उपयोग या निर्भरता के कारण होने वाले किसी भी नुकसान के लिए उत्तरदायी है।