简体中文
繁體中文
English
Pусский
日本語
ภาษาไทย
Tiếng Việt
Bahasa Indonesia
Español
हिन्दी
Filippiiniläinen
Français
Deutsch
Português
Türkçe
한국어
العربية
एब्स्ट्रैक्ट:भारत में गरीब और अमीर के बीच की खाई बहुत गहरी है। जिसमें साल दर साल अंतर बढ़ता जा रहा है। अब इस बात का खुलासा ऑक्सफैम इंटरनेशनल रिपोर्ट में भी हुआ है। दरअसल सोमवार को विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में ऑक्सफैम ने अपनी रिपोर्ट पेश की।
भारत में गरीब और अमीर के बीच की खाई बहुत गहरी है। जिसमें साल दर साल अंतर बढ़ता जा रहा है। अब इस बात का खुलासा ऑक्सफैम इंटरनेशनल रिपोर्ट में भी हुआ है। दरअसल सोमवार को विश्व आर्थिक मंच की वार्षिक बैठक में ऑक्सफैम ने अपनी रिपोर्ट पेश की। ऑक्सफैम के भारतीय सीईओ अमिताभ बेहर ने बताया कि देश में गरीब जनता टैक्स का अधिक भुगतान कर रही है। अमीरों की तुलना में आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं पर भी ज्यादा खर्च गरीब जनता ही कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया कि अमीरों की संपत्ति वैश्विक स्तर पर तेज़ गति से बढ़ रही है। अरबपतियों की संपत्ति प्रतिदिन 2.7 अरब डॉलर बढ़ रही है।
रिपोर्ट में बताया गया कि भारत में 1 फ़ीसदी सबसे अमीर लोगों के पास देश की कुल संपत्ति का 40% से भी ज्यादा भाग है। रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले 25 सालों में यह पहली बार हुआ है कि अत्यधिक धन और गरीबी साथ में बढ़ी है। रिपोर्ट में इस बात की जानकारी भी दी गई कि भारत के शीर्ष 100 भारतीय अरबपतियों पर यदि 2.5 प्रतिशत टैक्स लगा दिया जाए तो बच्चों को स्कूल में वापस लाने हेतु पर्याप्त धनराशि प्राप्त हो जाएगी। ऑक्सफैम रिपोर्ट में भारत में अनुसूचित एवं ग्रामीण श्रमिकों तथा पुरुषों में महिलाओं को मिलने वाले पारिश्रमिक में भी अंतर बताया गया है। जहां अनुसूचित जाति को 55 प्रतिशत मेहनताना मिलता है, वहीं ग्रामीण श्रमिकों को 50% वेतन प्राप्त होता है। वहीं महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले एक रुपए पर सिर्फ 63 पैसे मिलते हैं।
'सर्वाइकल ऑफ द रिचेस्ट' रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर अरबपतियों की पूरी संपत्ति पर 1.5 की दर से एकमुश्त कर लगा दिया जाए तो इससे देश में अगले तीन सालों तक कुपोषित लोगों हेतु पोषण के लिए 40,423 करोड़ रुपए की जरूरत पूरी हो जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया कि यदि केवल एक भारतीय अरबपति गौतम अडानी पर एकमुश्त टैक्स लगाकर 1.79 लाख करोड़ रुपए की धनराशि प्राप्त हो सकती है। जो भारत में प्राथमिक विद्यालयों के 50 लाख से अधिक शिक्षकों को एक साल के लिए रोज़गार देने के लिए काफी होगी। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारत में सौ ऐसे अरबपति हैं, जो 18 महीनों तक पूरे देश का खर्च उठा पाने में सक्षम है।
ऐसी ही अन्य विदेशी मुद्रा व्यापार संबंधित सूचनाएं जानने हेतु विकीएफएक्स हिंदी के टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ें: https://t.me/wikifxIndia या विकीएफएक्स हिंदी को इस लिंक https://www.wikifx.com/hi/download.html के माध्यम से डाउनलोड करें। विकीएफएक्स हिंदी की वेबसाइट wikifx.com/hi पर जाकर भी आप इससे जुड़ सकते हैं।
अस्वीकरण:
इस लेख में विचार केवल लेखक के व्यक्तिगत विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं और इस मंच के लिए निवेश सलाह का गठन नहीं करते हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म लेख जानकारी की सटीकता, पूर्णता और समयबद्धता की गारंटी नहीं देता है, न ही यह लेख जानकारी के उपयोग या निर्भरता के कारण होने वाले किसी भी नुकसान के लिए उत्तरदायी है।