简体中文
繁體中文
English
Pусский
日本語
ภาษาไทย
Tiếng Việt
Bahasa Indonesia
Español
हिन्दी
Filippiiniläinen
Français
Deutsch
Português
Türkçe
한국어
العربية
एब्स्ट्रैक्ट:BBC News, हिंदीसामग्री को स्किप करेंसेक्शनहोम पेजकोरोनावायरसभारतविदेशमनोरंजनखेलविज्ञान-टेक्नॉलॉजीसोश
BBC News, हिंदीसामग्री को स्किप करेंसेक्शनहोम पेजकोरोनावायरसभारतविदेशमनोरंजनखेलविज्ञान-टेक्नॉलॉजीसोशलवीडियोहोम पेजकोरोनावायरसभारतविदेशमनोरंजनखेलविज्ञान-टेक्नॉलॉजीसोशलवीडियोकोरोना वैक्सीन: अमेरिका में किसे लगाई गई पहली वैक्सीन14 दिसंबर 2020अपडेटेड 6 घंटे पहलेइमेज स्रोत, Mark Lennihan/Pool via REUTERSइमेज कैप्शन, अमेरिका में सबसे पहला टीका सांद्रा लिंडसी को लगाया गया जो न्यूयॉर्क के एक अस्पताल में नर्स हैंअमेरिका में कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है. अमेरिका में सोमवार को कोविड-19 का पहला टीका लगाया गया. इस पहले टीके के साथ ही देश अपने सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के लिए तैयार है.पहला टीका न्यूयॉर्क के लॉन्ग आईलैंड के एक अस्पताल की नर्स सांद्रा लिंडसी को लगाया गया. लाखों की संख्या में फ़ाइज़र/बायोएनटेक वैक्सीन बांटी जाएगी. सोमवार को क़रीब 150 अस्पतालों को यह वैक्सीन दी जाएगी. अमेरिकी टीकाकरण अभियान के तहत अगले साल अप्रैल महीने तक क़रीब 10 करोड़ लोगों तक वैक्सीन पहुँचाने का लक्ष्य है.अमेरिका में कोविड-19 संक्रमण के कारण अब तक क़रीब तीन लाख लोगों की मौत हो चुकी है. दुनिया में संक्रमण के सबसे अधिक मामले भी अमेरिका में ही हैं.छोड़कर और ये भी पढ़ें आगे बढ़ेंऔर ये भी पढ़ेंकोरोना वैक्सीन: अब नहीं लगेगा व्हाइट हाउस के अधिकारियों को पहले टीकाकिस कोरोना वैक्सीन के सफल होने की संभावना अधिक है और ये कब तक आएगीकोरोना वैक्सीनः बाइडन ने बताया कैसे लड़ेंगे कोरोना से, ट्रंप ने कहा जादू है ये वैक्सीनकोरोना वैक्सीनः क्या मिल गई महामारी से बचाने वाली वैक्सीन? - दुनिया जहानसमाप्तफ़ाइज़र/बायोएनटेक वैक्सीन को बीते शुक्रवार को यूएस फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ़ से आपातकालीन स्थिति में टीका लगाने की मंज़ूरी मिली थी. कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में अमेरिका पहले स्थान पर है. कोरोना ने देश को बुरी तरह से प्रभावित किया है और इसी कारण इतने बड़े स्तर पर टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जाना है. कोविड ट्रैकिंग प्रोजेक्ट के अनुसार, नवंबर से मरने वालों की संख्या में तेज़ी देखी गई है और बीमारी के कारण अस्पताल में भी लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. मौजूदा समय में भी 109,000 लोग भर्ती हैं.इमेज स्रोत, Getty Imagesपोर्टलैंड में 12अस्पतालों के एक नेटवर्क मेनहेल्थ के डॉ. डोरा मिल्स के मुताबिक़, “मुझे लगता है कि अगर रिकॉर्ड देखा जाए तो यह शायद अब तक का सबसे बुरा दिसंबर माह होगा. पिछले सप्ताह के आंकड़ों को देखें तो कैंसर और हृदय रोग से मरने वालों की संख्या अब भी कोविड-19 के कारण होने वाली मौतों से कम है. अब भी अमेरिका में सबसे अधिक मौतें कोविड 19 से ही हो रही हैं.”“यह हमारे लिए एक बहुत काला मौसम रहा लेकिन यह अपने आप में अतुलनीय भी है क्योंकि हमारे पास महामारी शुरू होने के एक साल से कम समय में भी वैक्सीन उपलब्ध है. यदि प्रभाव और सुरक्षा के आंकड़ों को देखें तो यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी उपबल्धि है.”फ़ाइज़र/बायोएनटेक वैक्सीन एक बड़ी अमेरिकी फ़ार्मा कंपनी और जर्मन बायोटेक्नोलॉजी कंपनी के बीच आपसी साझेदारी से तैयार की गई है. यह वैक्सीन 95 फ़ीसद तक सुरक्षा प्रदान करती है. अमेरिकी नियामकों के तहत पास होने वाली यह पहली कोविड-19 वैक्सीन है.ब्रिटेन में इस वैक्सीन को पहले ही मंज़ूरी दे दी गई थी. ये भी पढ़ें कोरोना: लॉन्ग कोविड के ये चार लक्षण हो सकते हैंकोरोना: लॉन्ग कोविड के ये चार लक्षण हो सकते हैंकोरोना पर पीएम मोदी के चार दावों का फ़ैक्ट चेक(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)संबंधित समाचारकोविड वैक्सीन: क्या दवा कंपनियां कमाएंगी बंपर मुनाफ़ा?14 दिसंबर 2020कोरोना वैक्सीनः भारत में जनवरी से शुरू हो सकता है वैक्सीनेशन - प्रेस रिव्यू14 दिसंबर 2020टॉप स्टोरीकोरोना वैक्सीन: अमेरिका में किसे लगाई गई पहली वैक्सीन6 घंटे पहलेजियो का आरोप, किसानों की आड़ में एयरटेल-वोडाफ़ोन उसके ग्राहकों को भड़का रहे हैं32 मिनट पहलेलाइव रूसी डिफेंस सिस्टम की वजह से तुर्की पर अमरीकी पाबंदी- आज की बड़ी ख़बरेंज़रूर पढ़ेंआज का कार्टूनः ऐसी अफ़वाह कौन उड़ाता है?14 दिसंबर 2020आयातुल्लाह अली ख़ामेनेई के बाद ईरान का सुप्रीम लीडर कौन होगा?12 दिसंबर 2020किसान आंदोलन: क्या सरकार और किसानों के बीच सुलह हो सकती है?13 दिसंबर 2020छत्तीसगढ: एमएसपी का लाभ 6 प्रतिशत या 94 प्रतिशत किसानों को?11 दिसंबर 2020कमला हैरिस का नाम किसान आंदोलन में कैसे घसीटा गया?6 दिसंबर 2020जानिए, मोदी सरकार के कृषि क़ानून से किसे फ़ायदा, किसे नुक़सान9 दिसंबर 2020असम चुनाव से पहले बोडोलैंड चुनाव को कहा जा रहा सेमीफाइनल7 दिसंबर 2020सोने की माइनिंग इतनी मुश्किल क्यों होती जा रही है?8 दिसंबर 2020क्या अमीर देश कोविड वैक्सीन की जमाख़ोरी कर रहे हैं?9 दिसंबर 2020सबसे अधिक पढ़ी गईं1जियो का आरोप, किसानों की आड़ में एयरटेल-वोडाफ़ोन उसके ग्राहकों को भड़का रहे हैं - प्रेस रिव्यू2अज़रबैजान-आर्मीनिया की जँग दो गांवों के लिए फिर भड़की, रूस ने मामला शांत कराया3छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा-लड़कियां सहमति से संबंध बनाती हैं, फिर रेप केस करती हैं4जनरल नरवणे के सऊदी अरब-यूएई दौरे से पाकिस्तान में हलचल5कोरोना वैक्सीन: अमेरिका में किसे लगाई गई पहली वैक्सीन6चीन की धमकी, ब्लूमबर्ग के पत्रकार की गिरफ़्तारी उसका 'आंतरिक मामला'7जी-मेल और यू-ट्यूब की सेवाएं दोबारा शुरू हो गईं8आज का कार्टूनः ऐसी अफ़वाह कौन उड़ाता है?9KBC 12 में करोड़पति बनने वाली नाज़िया नसीम10पाकिस्तानी मंत्री और अभिनेता किसानों पर बोलकर अपने ही घर में घिरेBBC News, हिंदीआप बीबीसी पर क्यों भरोसा कर सकते हैंइस्तेमाल की शर्तेंबीबीसी के बारे मेंनिजता की नीतिकुकीज़बीबीसी से संपर्क करेंAdChoices / Do Not Sell My Info© 2020 BBC. बाहरी साइटों की सामग्री के लिए बीबीसी ज़िम्मेदार नहीं है. बाहरी साइटों का लिंक देने की हमारी नीति के बारे में पढ़ें.
अस्वीकरण:
इस लेख में विचार केवल लेखक के व्यक्तिगत विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं और इस मंच के लिए निवेश सलाह का गठन नहीं करते हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म लेख जानकारी की सटीकता, पूर्णता और समयबद्धता की गारंटी नहीं देता है, न ही यह लेख जानकारी के उपयोग या निर्भरता के कारण होने वाले किसी भी नुकसान के लिए उत्तरदायी है।