简体中文
繁體中文
English
Pусский
日本語
ภาษาไทย
Tiếng Việt
Bahasa Indonesia
Español
हिन्दी
Filippiiniläinen
Français
Deutsch
Português
Türkçe
한국어
العربية
एब्स्ट्रैक्ट:इमेज कॉपीरइटReutersअंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) ने गुरुवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ
इमेज कॉपीरइटReuters
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) ने गुरुवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के बढ़ने की दर अनुमान से काफी कम है.
हालांकि, इसके साथ ही आईएमएफ़ ने ये भी कहा कि कम विकास दर के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था चीन से कहीं आगे रहेगी और साथ ही दुनिया की सबसे तेज़ी से विकास करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बनी रहेगी.
आईएमएफ़ के प्रवक्ता गैरी राइस ने कहा, “हम नए आंकड़े पेश करेंगे लेकिन कॉरपोरेट एवं पर्यावरणीय नियामक की अनिश्चितता एवं कुछ गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफ़सी) की कमजोरियों के कारण भारत में हालिया आर्थिक वृद्धि उम्मीद से काफी कमजोर है.”
मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में भारत की विकास दर बीते सात सालों में सबसे कम 5 फ़ीसदी रही है. बीते वर्ष इसी दौरान विकास दर 8 फ़ीसदी थी.
आईएमएफ़ की रिपोर्ट में भारत की विकास दर को पहले 7.5 फ़ीसदी आंका गया था लेकिन अब इसमें 0.3 फ़ीसदी और कटौती कर दी गई है. यानी आईएमएफ़ की नज़र में विकास दर 7.2 फ़ीसदी रहेगी.
इसकी वजह आईएमएफ़ ने घरेलू मांग में कमी को बताया है.
भारत सरकार ने जो आंकड़े जारी किए थे उसके मुताबिक मैन्युफैक्चरिंग और कृषि सेक्टर में गिरावट के कारण विकास दर में गिरावट आई है.
अस्वीकरण:
इस लेख में विचार केवल लेखक के व्यक्तिगत विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं और इस मंच के लिए निवेश सलाह का गठन नहीं करते हैं। यह प्लेटफ़ॉर्म लेख जानकारी की सटीकता, पूर्णता और समयबद्धता की गारंटी नहीं देता है, न ही यह लेख जानकारी के उपयोग या निर्भरता के कारण होने वाले किसी भी नुकसान के लिए उत्तरदायी है।