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एब्स्ट्रैक्ट:इमेज कॉपीरइटGetty Imagesप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने मित्र और विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवी
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने मित्र और विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया ने कहा है कि आम चुनावों में वो बनारस से मोदी के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ सकते हैं.
गुरुवार को तोगड़िया ने कहा कि उनकी पार्टी हिंदुस्तान निर्माण दल उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ेगी. उनका कहना था कि उन्हें मथुरा, बनारस और अयोध्या से चनाव लड़ने का आमंत्रण मिला है और हो सकता है कि वो मोदी के चुनाव क्षेत्र बनारस से चुनावी मैदान में उतरें.
तोगड़िया का कहना है कि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो सपात्ह भर के भीतर अध्यादेश ला कर अयोध्या में मंदिर बनाएगी.
1980 के दशक में मोदी और प्रवीण तोगड़िया के बीच काफ़ी गहरी दोस्ती थी और गुजरात में भाजपा को सत्ता में लाने के लिए दोनों ने मिल कर मेहनत की थी.
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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने की पुलवामा हमले की निंदा
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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने हाल में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों पर हुए आत्मघाती हमले की निंदा की है.
सुरक्षा परिषद ने गुरुवार को हुई एक बैठक में इसे 'जघन्य और कायराना' हमला बताया है. सुरक्षा परिषद में शामिल देशों में एक भारत का पड़ोसी चीन भी है.
भारत के मित्र देश फ्रांस ने इससे संबंधित प्रस्ताव आगे रखा था. बताया जा रहा रहा है कि जल्द ही हमले की ज़िम्मेदारी लेने वाले संगठन जैश-ए-मोहम्मद पर बैन लगाने के लिए भी फ्रांस प्रस्ताव लाएगा.
सुरक्षा परिषद ने कहा कि आतंकवाद और इस कारण पैदा होने वाली मुश्किलें अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए ख़तरा है. परिषद ने जैश-ए-मोहम्मद का ज़िक्र करते हुए ऐसे हमलों के लिए दोषी लोगों को न्याय के कठघरे में लाने की ज़रूरत बताई है.
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धारा 370 को खत्म नहीं किया जा सकता
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पुलवामा हमले के बाद अनुच्छेद 370 पर छिड़ी बहस के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इसे खत्म नहीं किया जा सकता.
370 अनुच्छेद संविधान का प्रवाधान है जो जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देता है, इसे हटाने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा, '' इस मुद्दे पर हमारा रुख साफ़ है लेकिन मैं इसे और भी साफ़ करना चाहता हूं कि संविधान की इस धारा पर बहस नहीं होनी चाहिए. सरकार जो चाहे फ़ैसला ले सकती है लेकिन इसका ये मतलब नहीं की धारा 370 के मुद्दे को छेड़ा जाए. ''
नीतिश कुमार की पार्टी जेडीयू, बीजेपी के गठबंधन एनडीए का हिस्सा है और बीजेपी 370 की खिलाफ़त करती रही है.
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बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने पुलवामा हमले पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है. शिवसेना हमले के बाद सरकार के रुख पर सवाल उठाते हुए कहा है कि मोदी सरकार पाकिस्तान पर कार्रवाई के लिए चुनाव तक का इंतज़ार ना करे.
शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे एक लेख में कहा गया, ''हमें अमरीका और यूरोपीय देशों पर निर्भर रहने के बजाय खुद लड़ना होगा. जवानों की शहादत चुनाव जीतने का एक साधन बनता जा रहा है. ऐसे देश अपने दुश्मनों से कैसे निपटेगा? पाकिस्तान को सबक सिखाने के बयानबाजी कर रहे हैं. पहले ऐसा कुछ करें और फिर बयान दें. पठानकोट, उड़ी और अब पुलवामा हम बस चेतावनी दे रहे हैं.''
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गहराया परमाणु संकट. रूस की अमरीका को धमकी
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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि अगर अमरीका को लगता है कि वो सबसे पहले किसी पर परमाणु हमला कर सकता है कि एक नए क्यूबा-स्टाइल मिसाइल संकट के लिए रूसी सेना तैयार है.
क्यूबा मिसाइल संकट 1962 में आया था जब अमरीका के तुर्की में मिसाइल तैनात करने के उत्तर में रूस ने क्यूबा में अपनी बैलिस्टिक मिलाइलें तैनात की थीं. दो बड़े राष्ट्रों के बीच तनाव के कारण पूरी दुनिया में परमाणु युद्ध का ख़तरा पैदा हो गया था.
इस तनाव के ख़त्म होने और हथियारों की दौड़ पर लगाम लगाने के लिए इंटरमीडिएट रेंज न्यूक्लियर फोर्सेस ट्रीटी यानी आईएनएफ़ समझौता हुआ था. अमरीका ने हाल में कहा था कि वो इससे बाहर जाना चाहता है. इस समझौते के क़रीब पांच दशक अब रूस को डर है कि अमरीका यूरोप में इंटरमीडियएट रेंज की परमाणु मिसाइलें तैनात कर सकता है.
पुतिन का कहना है कि वो अपने युद्धपोतों पर हाइपरसौनिक मिसाइलें और अपनी पनडुब्बियां अमरीकी जलक्षेत्र के बाहर तैनात करेगा.
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