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एब्स्ट्रैक्ट:इमेज कॉपीरइटGetty ImagesImage caption मायावती की प्रतिमा बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने मुख्यमंत्री क
इमेज कॉपीरइटGetty ImagesImage caption मायावती की प्रतिमा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने मुख्यमंत्री काल के दौरान बनाए गई प्रतिमाओं का बचाव किया है.
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार मायावती ने कहा है कि उनके कार्यकाल में बनी सभी प्रतिमाएं, स्मारक और पार्क दलित और पिछड़े वर्ग के महान संतो और गुरुओं के आदर-सम्मान को दर्शाते हैं.
इसके साथ ही मायावती ने ट्वीट कर कहा कि मीडिया और विपक्षी दल सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश न करे. वे सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रखेंगी.
उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा, ''सदियों से तिरस्कृत दलित व पिछड़े वर्ग में जन्मे महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों के आदर-सम्मान में निर्मित भव्य स्थल / स्मारक / पार्क आदि उत्तर प्रदेश की नई शान, पहचान व व्यस्त पर्यटन स्थल हैं, जिसके आकर्षण से सरकार को नियमित आय भी होती है.''
छोड़िए ट्विटर पोस्ट @SushriMayawati
सदियों से तिरस्कृत दलित व पिछड़े वर्ग में जन्मे महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों के आदर-सम्मान में निर्मित भव्य स्थल / स्मारक / पार्क आदि उत्तर प्रदेश की नई शान, पहचान व व्यस्त पर्यटन स्थल हैं, जिसके आकर्षण से सरकार को नियमित आय भी होती है।
— Mayawati (@SushriMayawati) 9 फ़रवरी 2019
पोस्ट ट्विटर समाप्त @SushriMayawati
इसके बाद दूसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा है, ''मीडिया कृप्या करके माननीय सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को तोड़-मरोड़ कर पेश ना करे. माननीय न्यायालय में अपना पक्ष ज़रूर पूरी मजबूती के साथ आगे भी रखा जायेगा. हमें पूरा भरोसा है कि इस मामले में भी मा. न्यायालय से पूरा इंसाफ मिलेगा. मीडिया व बीजेपी के लोग कटी पतंग ना बनें तो बेहतर है.''
गृह मंत्रालय देखेगा रासुका मामले
हाल ही में मध्य प्रदेश में दो मामले सामने आए थे जिसमें गोहत्या से जुड़े लोगों पर रासुका लगाया गया. इसके बाद प्रदेश सरकार की काफी किरकिरी हुई.
इंडियन एक्सप्रेस की एक ख़बर के अनुसार अब मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के मामले राज्य का गृह मंत्रालय देखेगा. खबर के मुताबिक राज्य सरकार ने इस फैसले की समीक्षा की है.
हालांकि जिन लोगों पर रासुका लगाया गया है वह नहीं हटेगा लेकिन अब से इस तरह के मामलों को गृह मंत्रालय देखेगा और फैसला करेगा कि कहीं किसी निर्णय में कुछ गलती तो नहीं हुई.
इसके अलावा हर एक कलेक्टर को इस तरह की गिरफ्तारियों से जुड़ी रिपोर्ट गृह मंत्रालय के पास भेजनी होगी.
एमपी में राम भक्त राहुल और हनुमान भक्त कमलनाथ
राजीव कुमार से अकेले पूछताछ
सारदा चिटफंड घोटाले में सीबीआई ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से आठ घंटे पूछताछ की.
हिंदुस्तान में प्रकाशित समाचार के अनुसार राजीव कुमार से कई घंटे अकेले सवाल-जवाब किए गए और उनके साथ आए वकील और अन्य अफ़सरों को बाहर भेज दिया गया.
खबर के मुताबिक इसके अलावा सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष को भी रविवार को पूछताछ के लिए बुलाया है. साथ ही राजीव कुमार से भी पूछताछ जारी रहेगी.
इमेज कॉपीरइटGetty Image
वहीं कोलकाता में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बैनर्जी के आवास पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. वे टीएमसी की यूथ विंग के अध्यक्ष हैं, माना जा रहा है कि सीबीआई उनसे भी पूछताछ कर सकती है.
ट्विटर के सीईओ नहीं होंगे पेश
ट्विटर के सीईओ और शीर्ष अधिकारियों ने सूचना-प्रौद्योगिकी पर गठित संसदीय समिति के समक्ष पेश होने से इनकार कर दिया.
दैनिक भास्कर में प्रकाशित समाचार के अनुसार ट्विटर के सीईओ और अन्य अधिकारियों ने पेश होने के लिये कम समय दिये जाने को इसकी वजह बताया.
समिति के सूत्रों ने शनिवार को बताया कि ट्विटर के अधिकारियों ने 10 दिन का समय दिये जाने के बाद भी कम समय का बहाना किया है.
इमेज कॉपीरइटGetty ImagesImage caption ट्विटर के सीईओर जैक डोर्सी
संसदीय समिति ने सोशल मीडिया मंचों पर नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट के अधिकारियों को तलब किया था.
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने एक फरवरी को एक आधिकारिक पत्र लिखकर ट्विटर को सम्मन किया था.
अस्वीकरण:
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